पर्यटन के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना रहा है अल्मोड़ा जिले का धौलछीना गाँव

संजय कुमार अग्रवाल

अल्मोड़ा।  जिले का धौलछीना कस्बा नए पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है यह स्थल धार्मिक व पर्यटन दोनों लिहाज से महत्वपूर्ण है। भैसियाछाना विकासखंड के 54 गांवों के मध्य स्थित धौलछीना काफी रमणीक स्थान है। यहां वर्ष भर देश के कोने-कोने से ही नहीं अपितु विदेशों से भी पर्यटक पहुंचते हैं।

धौलछीना जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दूर दूर तक फैला बांस तथा बुरास का जंगल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां से बिनसर अभयारण्य केवल 3 किलोमीटर के पैदल ट्रैक पर है। यहां रहकर जागेश्वर भी पैदल जा सकते हैं। इन दोनों पर्यटन स्थलों को जोड़ने के लिए धौलछीना से कच्चा मार्ग निकलता है। अभी तक इन मार्गों को पर्यटन के रूप में पहचान नहीं मिली है। बिनसर में पर्यटकों के रहने के लिए सुविधाएं न्यूनतम है इसलिए बिनसर घूमने वाले पर्यटक भी यही रुकते हैं। यहां पर पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने से धौलछीना के आस पास खांकरी, कसाणबैण्ड, कांचुला,, कटधारा, गौनाप आदि गांव होमस्टे के रूप में विकसित हो रहे हैं। जिससे स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। यहां से हिमालय की लंबी श्रंखला दिखाई देती है। इस मार्ग से गुजरते हैं तो एक बार यहां आपकी नजर अवश्य यहां पडे़गी।

यहां की खासियत यह है कि यहां सभी मकानों और दुकानों की पुताई एक जैसे हरे और पीले रंग से की गई है। दरवाजों तथा दुकान के शटर को लाल रंग से रंगा गया है ।साथ ही दुकानों में लगे साइन बोर्ड कुमाऊनी ऐपण से सजाकर एक ही आकार तथा एक ही फोंट में लिखे गए हैं। जो बाजार को एक अलग स्वरूप प्रदान करता है। बाजार में कहीं भी अतिक्रमण नजर नहीं आता है। वही साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा गया है। व्यापार मंडल की पहल पर यहां व्यापारियों ने साफ सफाई के लिए स्वयं के खर्च पर सफाई कर्मचारी रखा है । स्ट्रीट लाइट तथा पेयजल के लिए बाजार में सार्वजनिक स्टैंड पोस्ट भी व्यापार मंडल ने अपने निजी खर्च से बनाया है । देश विदेश के वह पर्यटक जिन्हें प्रकृति से प्यार है और जो महानगरों के शोरगुल से दूर रहना चाहते हैं उनके लिए यह एक शानदार पर्यटन स्थल है मुन्स्यारी, धारचूला, चौकड़ी, पाताल भुवनेश्वर, गंगोलीहाट, डीडीहाट जाने वाले देसी विदेशी पर्यटकों के लिए यह एक विश्राम स्थल है। इस इलाके में दर्जनों गेस्ट हाउस तथा होटल खुल गये हैं
धौलछीना से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर प्रसिद्ध मां भगवती विमलकोट मंदिर स्थित है। जहां वर्षभर मां भगवती के दर्शनों के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसके अलावा यहां से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर प्रसिद्ध आनंदमई आश्रम स्थित है।व्यापार मंडल अध्यक्ष दरवान सिंह रावत ने जिला प्रशासन से धौलछीना को स्वच्छ आईकॉनिक विलेज के रूप में प्रस्तावित करने की मांग की है।

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