देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। चुनाव नजदीक हैं तो कांग्रेस कोई भी मुद्दा छोड़ना नहीं चाहती। उसकी कोशिश है कि चारों ओर से सत्ता पक्ष को घेरा जाए। इसी कड़ी में चारधाम यात्रा शुरू करने की मांग को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा के बाहर विरोध प्रर्दशन किया। ये प्रदर्शन तब हो रहा है जबकि चारधाम यात्रा को लेकर हाईकोर्ट का फैसला आने ही वाला है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, सेवादल, एनएसयूआइ, महानगर कांग्रेस के कार्यकर्त्ताओं ने धरना दिया। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य ने कहा कि चारधाम यात्रा बंद रहने से प्रदेश के लाखों युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। जब सरकार की रैलियों पर प्रतिबंध नहीं है तो फिर चारधाम यात्रा रोकने का कोई औचित्य नहीं है।
कांग्रेस का कहना है कि कोविड 19 की दूसरी लहर धीमी पड़ने के साथ ही राज्य सरकार का दायित्व था कि वो यात्रा को शुरू करने के लिए स्क्रीनिंग, टैस्टिंग, वैक्सिनेशन व यात्रा रूट पर अस्थायी आइसीयू युक्त अस्पताल दवाओं व डाक्टरों का समुचित प्रबंध करती व उच्च न्यायालय नैनीताल को अपनी तैयारियां का ब्यौरा दे कर संतुष्ट करती।