देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अनुपूरक बजट पेश किया। सीएम ने 5720.78 करोड़ का बजट पेश किया। बजट में कोविड से निपटने और स्वरोजगार योजनाओं के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। वहीं, नंदा गौरा योजना के लाभ से वंचित 33216 बालिकाओं को अब योजना का लाभ मिल सकेगा। 16 अगस्त को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में अनुपूरक बजट के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी और इसमें आवश्यक संशोधन करने का अधिकार कैबिनेट ने मुख्यमंत्री को दे दिया था। मुख्यमंत्री चूंकि वित्त मंत्री भी हैं, इसलिए मंगलवार को उन्होंने सदन में विनियोग विधेयक पेश किया।
ये प्रावधान किए धामी सरकार ने
1. वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रथम अनुपूरक बजट के अन्तर्गत कुल बजट धनराशि रू0 5720.78 करोड़ का प्रावधान किया गया है जिसमें राजस्व व्यय के अन्तर्गत रू0 2990.53 करोड़ व पूंजीगत व्यय के अन्तर्गत रू0 2730:25 करोड़ का प्रावधान किया गया है। केन्द्र पोषित योजनाओं में 3178.87 करोड़ एवं बाहय सहायतित परियोजनाओं हेतु रू0 56 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
2. केन्द्र पोषित प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना हेतु रू0 570 करोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हेतु कुल 449) करोड, जल जीवन मिशन योजना हेतु कुल रू० 401 करोड, अटल नवीनीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन हेतु रू० 137.29 करोड़, प्रधान मंत्री आवास योजना हेतु रू0 70.01 करोड, स्वच्छ भारत मिशन हेतु रू0 24.65 करोड़ रूसा के अन्तर्गत विश्वविद्यालय / शासकीय तथा अशासकीय महाविद्यालयों को भवन निर्माण हेतु रू० 20 करोड़, समग्र शिक्षा में वृहद निर्माण हेतु रू0 214.57 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
3. कोविड आपदा के आलोक में विविध प्रकार की सहायता हेतु रू0 600 करोड का प्रावधान किया गया है।
4. मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना हेतु रू० 100 करोड़, मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना हेतु रू० 16.51 करोड, मुख्यमंत्री सौभाग्यवती योजना हेतु रू० 8.34 करोड, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना हेतु रू0 7.65 करोड, आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों को दिये जाने वाले मानदेय हेतु रू० 33 करोड़ एवं पार्ट टाईम दाईयों को अतिरिक्त मानदेय हेतु रू0 15.50 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
5. शहरी एवं ग्रामीण स्थानीय निकायों को समनुदेशन हेतु कुल रू0 293 करोड़ का प्रावधान किया गया
6. प्रदेश के मार्गों / पुलियों के अनुरक्षण कार्य हेतु रू० 55 करोड़, बाढ़ सुरक्षा कार्यों के संपादन हेतु रू० 30 करोड, नगरीय पेयजल / जलोत्सारण योजनाओं का निर्माण हेतु रू0 25 करोड, स्मार्ट सिटी योजना हेतु रू0 60 करोड, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में भूमि अधिग्रहण / एन. पी. वी. का भुगतान हेतु रू० 93 करोड एवं केन्द्रीय सडक निधि मद में रू0 200 करोड का प्रावधान किया गया है।
7. श्री केदार नाथ उत्थान चौरिटेबल ट्रस्ट के अन्तर्गत श्री केदारनाथ एवं श्री बद्रीनाथ में प्रस्तावित कार्यो आदि हेतु रू0 15 करोड़, पर्यटन विभाग के अन्तर्गत चार धाम एवं विभिन्न स्थानों हेतु भूमि क्रय के लिए रू0 15 करोड़ एवं सरकारी भवनों का पुनर्निर्माण हेतु रू0 15 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
8. राजकीय महाविद्यालयों के निर्माणाधीन भवनों को पूर्ण किये जाने हेतु रू० 5 करोड़, विद्यालयों एवं छात्रावासों का निर्माण हेतु रू0 10 करोड एवं केन्द्रीय विद्यालयों के निर्माण हेतु भूमि क्रय के लिए रू० 15 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
9. प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों हेतु भूमि क्रय के लिए रू० 5 करोड, कोटद्वार मेडिकल कालेज की स्थापना हेतु रू0 20 करोड़ तथा अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के अन्तर्गत रू० 13 करोड का प्रावधान किया गया है।
10. पर्वतीय मार्गों में बस संचालन से होने वाली हानि की प्रतिपूर्ति हेतु रू0 42 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
11. मॉडल राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हेतु रू0 62.53 करोड एवं वर्क फोर्स डेवलपमेंट फारमाडल इकोनोमी के लिये रू0 25 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
12. कैम्पा योजना के अन्तर्गत रू0 150 करोड़ एवं उत्तराखण्ड विकेन्द्रीकृत जलागम विकास परियोजना हेतु रू0 30 करोड़, उद्यान बीमा योजना हेतु रू0 26.56 करोड़, राष्ट्रीय कृषि वानिकी एवं बांस मिशन हेतु रू0 9.42 करोड एवं राष्ट्रीय कृषि प्रसार एवं प्रौद्योगिकी मिशन / कृषि उन्नति योजनाएं हेतु रू0 8.5 करोड का प्रावधान किया गया है।