देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तराखंड में विधानसभा सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और ऐसे में विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी में जुटा है। विपक्ष का कहना है कि वह सदन में भू कानून और देवस्थानम बोर्ड पर असरकारी विधेयक लाएगा।
आपको बता दें कि इन दिनों पूरे प्रदेश में भू कानून को लेकर एक बहस छिड़ी है। खासकर प्रदेश का युवा वर्ग ने इस मुहिम को सोशल मीडिया पर पुरजोर तरीके से उठा रखा है। हालांकि सत्ता पक्ष भी कह चुका है कि इस पर गंभीरता से विचार करेगा लेकिन विपक्ष सदन में इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति बना रहा है।
दूसरी तरफ पुरोहितों ने देवस्थानम बोर्ड को लेकर आंदोलन छेड़ा हुआ है। वे बेहद मुखर हैं। इस मुद्दे को भी विपक्ष भुनाना चाहता है।
उत्तराखंड में भू-कानून और देवस्थानम बोर्ड को लेकर कांग्रेस आर-पार की लड़ाई के मूड में है। सरकार को घेरने के लिए प्रमुख विपक्षी दल मानसून सत्र में इन दोनों मुद्दों पर असरकारी विधेयक ला रहा है। गुरुवार को कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में कांग्रेस ने इस संबंध में अपना रुख साफ कर दिया। विधानसभा प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में गुरुवार को विधानमंडल दल के नेताओं और कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई।
कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में विपक्ष ने दो असरकारी विधेयक लाने की मंशा जाहिर कर दी। पार्टी दो असरकारी विधेयक उत्तराखंड (उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश और भूमि व्यवस्था अधिनियम, 1950) (संशोधन) विधेयक 2021 और उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन (निरसन) विधेयक, 2021 सदन के पटल पर रखेगी। एक दिन बढ़ी सदन की अवधिबैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने प्रदेश के विकास के लिए सतत विकास लक्ष्य पर सत्र के दौरान एक दिन चर्चा कराने का प्रस्ताव रखा।