देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। कल यानि 15 मई से उत्तराखंड के शराब कारोबारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। अब तक आबकारी विभाग के साथ उनकी बातचीत बेनतीजा रही है। शराब के दुकानदारों का कहना है कि उनकी बिक्री नहीं हो रही है और ऊपर से सरकार ने शराब पर कोरोना सेस लगा दिया है। इस वजह से ग्राहकों में भारी कमी आई है। शराब का कारोबार घाटे का सौदा हो गया है इसलिए वे हड़ताल पर जा रहे हैं।
उत्तराखंड में गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडल के शराब कारोबारी कल से हड़ताल का ऐलान पहले ही कर चुके थे। इस बीच उनकी आबकारी विभाग े बातचीत बेनतीजा रही है। शराब करोबारियों ने अपनी बात आबकारी विभाग के सामने रखी थी और उनको आश्वासन भी मिला था लेकिन अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं हो सका। इसलिए उन्होंने कल से हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया।
शराब कारोबारी चाहते हैं कि कोविड सेस को खत्म किया जाए। उनका कहना है कि सरकार ने उनका अधिभार भी कम नहीं किया। दूसरी तरफ दुकानें सुबह से शाम चार बजे तक ही खुल रही हैं। जब दुकानें देर शाम 10 बजे तक खुलती थीं तब शाम को शराब की ज्यादा बिक्री होती थी लेकिन इस वक्त शराब बेचना मुश्किल हो रहा है।
इधर, शराब की दुकानों के बाहर कल से दुकानें बंद रखने की सूचना के बोर्ड और बैनर चस्पा कर दिए गए हैं। हड़ताल से पहले कुमाऊं के शराब व्यवसाइयों ने एक बैठक की। बैठक में यही निर्णय लिया गया कि अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। शराब के इन व्यापारियों का कहना है कि बिक्री न होने से वे करोड़ों का अधिभार कैसे वहन करेंगे।
दूसरी ओर शराब कारोबारियों के हड़ताल पर जाने से सरकार को भी राजस्व का भारी घाटा होगा। हालांकि अभी उम्मीद है और शाम तक हो सकता है कि विभाग और व्यापारियों के बीच कोई बात हो और सहमति बने।