नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़
मध्य प्रदेश के जबलपुर में रेलवे में नौकरी (MP Railway Job) दिलाने के नाम पर 26 लाख की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस (MP Police) ने इस मामले में सोमवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया वहीं एक आरोपी फरार होने में कामयाब हो गया. पुलिस ने बताया कि गिरोह का सरगना (Cheating Gang) लोगों को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर झांसे में लेता था और उनसे ठगी करता था.
युवाओं को रेलवे में थर्ड और फोर्ड ग्रेड की नौकरी (Railway Job) दिलाने के नाम पर ये गिरोह उनके माता पिता से लाखों रुपये अब तक ठग चुका है. पुलिस ने बताया कि आरोपी पीड़ितों के घरों में किराए पर रहकर रेडीमेड कपड़ों का बिजनेस करता था. खबर के मुताबिक आरोपी ने कुछ लोगों को तो फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर देकर उनका मेडिकल तक करवा दिया था.
बताया जा रहा है कि गैंग का सरगना अपने ही गैंग के दो लोगों को रेलवे का बड़ा अधिकारी बताकर जरूरतमंदों से मिलवाता था. ये लोग अब तक कई परिवारों को अपने झांसे में लेकर उनसे लाखों रुपये की ठगी कर चुके हैं. नौकरी न मिलने पर पीड़ितों ने पुलिस से ठगे जाने की शिकायत की है.
गहलोतपुर पुलिस ने बताया कि बस्ती के ही रहने वाले नर्मदा पटेल ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के खिलाफ FIR दर्ज कराई है. अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि एक फरवरी को राकेश कुमार नाम का शख्स पड़ोस के एक घर में किराए पर रहने आया था. धीरे-धीरे उसने आसपास के लोगों से संपर्क साधना शुरू कर दिया. पीड़ित ने बताया कि 1 अप्रैल को आरोपी उसके मकान में ही शिफ्ट हो गया.
26 लाख रुपये लेकर फरार हुआ आरोपी
पीड़ित के बेटे को नौकरी दिलाने के नाम पर आरोपी ने उनसे 3 लाख और दामाद की रेलवे में सरकारी नौकरी के नाम पर 4 लाख रुपये ऐंठ लिए. उसने बड़े अधिकारियों से उसकी जानकारी होने का भी हवाला दिया. इतना ही नहीं पीड़ित ने चेक की बजाय नकद पैसा लेने की बात कही थी. 15 से 25 मई के बीच आरोपी राकेश ने नौकरी दिलाने के बहाने 7 लाख रुपये ऐंठ लिए.
3 जून को उन्हें ज्वॉइनिंग लेटर देकर कहा कि 7 जून को नौकरी के लिए नर्मदा के बेटे और दामाद को उसके साथ जाना होगा. पीड़ित ने बताया कि 7 जून की सुबह जब वह खेत से वापस लौटा तो राकेश वहां से फरार हो चुका था. इसके बाद और लोगों ने भी उनके साथ नौकरी के नाम पर ठगी की बात उजागर की.