देहरादून: उत्तराखंडी लोक संगीत जगत के जाने पहचाने नाम और गढ़वाली लोकगीतों के सुरीले और गायक और रंगकर्मी रामरतन काला का निधन हो गया है। दिवंगत रामरतन काला पिछले कुछ सालों से बीमार थे। इसी कारण वह सार्वजनिक प्रस्तुतियों से दूर भी थे। लोक कलाकारों की जमा पूंजी उनकी कला ही होती है इसलिए अंतिम समय आर्थिक समस्याओं से भी घिरे रहे। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (रि) बीसी खंडूड़ी ने कुछ आर्थिक मदद बीमारी के इलाज के लिए की भी थी लेकिन स्वस्थ हो नहीं पाए। उन्होंने गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी के कई वीडियो गीतों में यादगार अभिनय भी किया। भले वह अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन अपने गीतों के जरिए वह गढ़वाली संगीत जगत का अमर भाग बन गए हैं।
सीएम तीरथ ने जताया शोक
सीएम तीरथ ने उत्तराखंड के प्रसिद्ध रंगकर्मी रामरतन काला के निधन पर शोक प्रकट किया है। सीएम तीरथ ने अपने शोसल मीडिया हैंडल पर लिखा है “स्वनाम धन्य लोक कलाकार एवं प्रख्यात रंगकर्मी श्री रामरतन काला जी के निधन के दुःखद समाचार से मन बहुत व्यथित हुआ। यह सांस्कृतिक जगत की अपूर्णनीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे। ॐ शान्ति!”
गढ़रत्न नेगी दा ने भी दी श्रद्धांजलि
गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी जी ने भी अपने साथी कलाकार के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उनकी ओर से जारी शोसल मीडिया संदेश में लिखा है “दुःखद
उत्तराखण्ड का बहुचर्चित कलाकार, रंगकर्मी, गायक रामरतन काला जी की निधन की खबर सूणी क् भौत दुःख ह्वै। राम रतन काला जीन् नेगी जी का भौत गीतों,
तेरो मछोई, सूदी नी बौनु, जननी को मरयुं छौ, हल्दी हाथ, तीतरी फसे चखुली फसे, समदोला का द्वी दिन, रॉक एण्ड रोल, सरू तू मेरी, एवं अन्य भौत सुपरहिट गीतों मा एवं विभिन्न मंचों मा अपडू बेहतरीन अभिनय से गढ़वली फिल्म, एल्बम, एवं संगीत जगत मा अमूल्य योगदान दीनि। ऊंका दगड़ी नेगी जी का बहुत अच्छा पारिवारिक सम्बंध भी छा।रामरतन काला जी थैं भावभिनी श्रद्धांजलि, भगवान ऊंका परिवार थैं ये दुःख सैणे शक्ति द्यो। ॐ शांतिः”