लखनऊ (नेटवर्क 10 ब्यूरो)। यूपी में कोरोना ने बुरा हाल कर रखा है। महाराष्ट्र के बाद सबसे बुरा हाल यूपी का ही है। हाल ये है कि यहां 20 दिन में 21 गुना केस बढ़ गए हैं। सिर्फ पांच दिन में ही यहां 1 लाख एक्टिव केस हो गए हैं और अब तक 10 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
लखनऊ के अलावा कानपुर, प्रयागराज, नोएडा, वाराणसी और गाजियाबाद जैसे शहर चिंता की वजह बने हुए हैं। तेजी से बढ़ रहे मामलों की वजह से ऑक्सीजन से लेकर बेड तक की किल्लत झेलनी पड़ रही है। बीते 24 घंटे में राज्य में 28,287 नए केस मिले हैं औक 167 लोगों की मौत हुई है। यूपी में यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। सोमवार को प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 2,08,523 हो गई है।
यूपी में तीन सप्ताह के अंदर एक्टिव केसों की संख्या में 21 गुना का इजाफा हुआ है। इसके अलावा बीते साल सितंबर के पीक के मुकाबले इस बार एक्टिव केसों की संख्या तीन गुना तक ज्यादा है। बीते महज 5 दिनों में ही यूपी में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या में 1 लाख का इजाफा हुआ है। एक्टिव केसों की संख्या में इस तरह के इजाफे से साफ है कि प्रदेश में रिकवरी रेट कम हुआ है और संक्रमण की दर तेज हुई है।
बीते साल सितंबर की बात करें तो केसों में जितना इजाफा होता था, उतना ही अनुपात रिकवरी का भी था। इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि 1 सितंबर को एक्टिव केस 55,538 थे और 17 तारीख तक यह 68,235 हो गए। फिर इसके बाद गिरावट दर्ज की जाने लगी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है और लगातार इजाफा ही हो रहा है। हर दिन के साथ एक्टिव केसों में तेजी से इजाफा हो रहा है, जबकि रिकवरी रेट कम होने के चलते ठीक होने वालों की संख्या घट रही है। राज्य में 1 अप्रैल को कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 11,918 थी, जो अब बढ़कर 2.08 लाख हो गई है।