ऊधम सिंह नगर (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तराखंड के एक किसान ने अपने खेतों में बोई गई गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया और पूरी फसल को बर्बाद कर डाला। आखिर क्यों? दरअसल ये किसान इस बात से खफा था कि किसानों को आंदोलनजीवी क्यों कहा गया। तीन नए कृषि कानून को रद्द करने की मांग और दिल्ली में धरना दे रहे किसानों को प्रधानमंत्री द्वारा परजीवी व आंदोलन जीवी कहने से आहत उत्तराखंड के एक किसान ने अपनी फसल बर्बाद कर दी।
ये किसान ऊधमसिंह नगर जिले के काशीपुर के बांसखेडा गांव के निवासी हैं। इनका नाम अवतार सिंह है। इन्होंने पकने को तैयार हो रखी खेतों में खड़ी अपनी गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। अवतार सिह ने 25 एकड़ में लगी गेहूं की फसल को और कुवंत सिंह ने मेथी की फसल को ट्रैक्टर से बर्बाद कर दिया। इस बात की खबर आसपास के इलाकों में फैल गई। जिस पर मौके पर बड़ी संख्या में किसान जमा हो गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। किसानों में भारी रोष था। सूचना मिलने पर बाजपुर से किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष करम सिंह पड्डा, किसान नेता बाबा प्रताप सिहं और किसान यूनियन युवा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राणा मौके पर पहुंच गए और अवतार सिंह को फसल बर्बाद करने से रोकने लगे। तब कई कई एकड़ फसल बर्बाद की जा चुकी थी। रविंद्र राणा ने कहा कि राकेश टिकैत व संयुक्त किसान यूनियन ने किसानों से अपनी फसले नष्ट न करने की अपील की है।