हरिद्वार: केंद्र सरकार की हरिद्वार कुंभ को लेकर जारी एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिग प्रोसिजर) के अनुपालन में लक्सर रोड पर जगजीतपुर में डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन) अत्याधुनिक चिकित्सीय सेवायुक्त 500 बेड का आइसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) बनाने जा रहा है। यह बाद में यहां बनने वाले मेडिकल कॉलेज का हिस्सा हो जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर इसकी बेड संख्या को बढ़ाकर 1000 भी किया जा सकता है। फिलवक्त इसे 500 बेड का बनाने का प्रस्ताव है। पहले यहां पर सीएसआर फंड से मेडिकल कॉलेज का 1000 बेड का अस्थायी अस्पताल बनने का प्रस्ताव था पर, जरूरी सीएसआर फंड की उपलब्धता न होने के कारण यह संभव नहीं हो सका। अब इसे डीआरडीओ के माध्यम से बनाए जाने की तैयारी है। इसके लिए एमओयू (मेमोरेंडम आफ अंडरस्टेडिग) का मसौदा तैयार हो चुका है, साइन होना बाकी है। डीडीआरडीओ के हवाले से मेलाधिकारी चिकित्सा डॉ. एएस सेंगर का दावा है कि वह महज 15 दिनों में ही इसे तैयार कर देगा।
मेलाधिकारी चिकित्सा डॉ. एएस सेंगर ने बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच आयोजित होने वाले हरिद्वार कुंभ में करोड़ों की संख्या में आने वाले श्रद्धालओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के माकूल इंतजाम करने को उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को निर्देशित किया हुआ है। इसके तहत हरिद्वार में कोविड केयर सेंटर को जिले के 3000 से अधिक होटल के 10,000 बेड को चिह्नित कर इसके लिए आरक्षित कर लिया गया है। जरूरी पड़ने पर 24 से 48 घंटे के नोटिस पर इन्हें कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया जाएगा। इसके अलावा जिला प्रशासन ने दूधाधारी चौक पर ऑक्सीजन की सुविधा से लैस 470 बेड का अस्थायी कोविड अस्पताल का निर्माण किया है, जबकि हरिद्वार के तीन और रुड़की के एक सरकारी अस्पताल में भी इसकी तैयारी है।
इन व्यवस्थाओं के बावजूद कुंभ के दौरान स्थिति बिगड़ने पर वेंटीलेटर की सुविधा को बढ़ाने को डीआरडीओ के सहयोग से वेंटीलेटर सहित सभी आधुनिक चिकित्सीय सुविधाओं से युक्त 500 बेड के आइसीयू बनाया जा रहा है। हरिद्वार कुंभ मेला अधिष्ठान ने इसकी स्वीकृति दे दी है, सरकार और जिला प्रशासन भी सिद्धांत: इसी पर राजी है। अगले छह-सात दिनों में राज्य स्वास्थ्य विभाग, मेला अधिष्ठान, जिला प्रशासन और डीआरडीओ की संयुक्त निरीक्षण के बाद इसे अमलीजामा पहना दिया जाएगा। जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बताया कि केंद्र सरकार की एसओपी में डीआरडीओ के मार्फत 2000 बेड के इस अस्पताल और 500 बेड का आइसीयू बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि इसके लिए सभी जरुरी तैयारियां की जा रही हैं, अस्पताल और आइसीयू बनने से कुंभ के दौरान काफी राहत हो जाएगी।
हरिद्वार जिले के सरकारी और गैर सरकार अस्पतालों में फिलवक्त कुल मिलाकर 50 वेंटीलेटर ही हैं। जिला प्रशासन ने गैर सरकारी सभी अस्पताल के प्रबंधन से कुंभ के दौरान आवश्यकता पड़ने पर जनहित में इनके उपयोग करने की सहमति ले ली है। पर, कुंभ की भीड़ को देखते हुए यह संख्या कम बताई गई है। इस मामले में उच्च न्यायालय के निर्देश को ध्यान में रख कर व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं।