मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना में अब 20 किलोवाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट स्थापित किए जा सकेंगे। इस योजना के तहत अब 75 परियोजनाओं को प्रदेशभर में आवंटित किया जा चुका है। अब तक 529 आवेदन आनलाइन पोर्टल पर ऊर्जा विभाग को प्राप्त हो चुके हैं। आवेदनों की तुलना में कम आवंटन को तेजी से बढ़ाने के निर्देश ऊर्जा सचिव राधिका झा ने दिए हैं।
कोरोना संकट काल में देश के विभिन्न हिस्सों से उत्तराखंड में वापसी करने वाले प्रवासियों के साथ ही बेरोजगारों, उद्यमियों के साथ ही लघु एवं सीमांत किसानों को स्वरोजगार के लिए उक्त योजना प्रारंभ की गई। 25-25 किलोवाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट स्थापित करने की इस योजना को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बीती आठ अक्टूबर को किया था। इस योजना से ज्यादा व्यक्तियों को स्वरोजगार से जोड़ने और उसे सरल बनाने के लिए शासन ने जिलाधिकारियों से सुझाव मांगे थे। जिलाधकारियों ने सुझाव दिया कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में ऊर्जा निगम के अधिकतर 25 केवीए क्षमता के ट्रांसफार्मर स्थापित हैं। लिहाजा इस योजना में 25 केवीए के ट्रांसफार्मर पर 20 किलोवाट क्षमता तक के सोलर पावर प्लांट की स्थापना को अनुमति दी जाए। साथ ही इस योजना में सहकारिता विभाग के माध्यम से सब्सिडी दी जा रही थी। इसे एमएसएमई नीति के दायरे में लाने की भी पैरवी की गई। इन सुझावों को मानते हुए सरकार ने अब नई अधिसूचना जारी कर दी है।
ऊर्जा सचिव राधिका झा ने बताया कि अब तक परियोजनाओं की स्थापना के लिए प्राप्त आवेदनों की तुलना में आवंटन की प्रगति कम है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को परियोजनाओं के आवंटन में तेजी लाने और आवेदनकर्त्ताओं से संबंधित सभी औपचारिकताएं शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी आवेदकों को जल्द लाभ मुहैया कराया जाएगा।
जिलेवार सोलर पावर प्लांट की स्थिति
जिले, आवेदनों की संख्या, आवंटित परियोजनाएं
देहरादून, 13, 0
टिहरी, 88, 07
उत्तरकाशी, 66, 18
हरिद्वार, 24, 0
पौड़ी, 105, 0
रुद्रप्रयाग, 12, 01
चमोली, 38, 14
ऊधमसिंहनगर, 26, 15
नैनीताल, 28, 05
अल्मोड़ा, 36, 06
बागेश्वर, 27, 0
पिथौरागढ़, 36, 02
चंपावत, 30, 07