देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। कोरोना को लेकर बच्चों और बुजुर्गों को बेहद संवेदनशील माना जाता है। माना जाता है कि बुजुर्गों और बच्चों को इसे लेकर बेहद अहतियात बरतनी चाहिए क्योंकि इनमें यह जल्दी संक्रमित होता है। लेकिन उत्तराखंड के एक 65 साल के कैंसर पीड़ित बुजुर्ग ने कोरोना को मात दे दी, वो भी सिर्फ पांच दिन में। ये बुजुर्ग महज पांच दिन में स्वस्थ हो गए और सबसे कम वक्त में स्वस्थ होने वाले प्रदेश के पहले मरीज बन गए।
उत्तराखंड में कैंसर पीड़ित 65 वर्षीय एक बुजुर्ग ने पांच दिन में कोरोना को मात दे दी है। वह अब प्रदेश में इस बीमारी से सबसे जल्दी ठीक होने वाले व्यक्ति बन गए हैं। इससे पहले प्रदेश में नौ माह का बच्चा छह दिन में स्वस्थ हुआ था। बुजुर्ग के कैंसर से पीड़ित होने के बावजूद इतनी जल्दी कोरोना से जंग को जीत जाना वर्तमान परिस्थितियों में एक सुखद संदेश है। दून के चमन विहार निवासी बुजुर्ग 28 अप्रैल को पैनक्रियाटिस कैंसर के उपचार के लिए दिल्ली के एक निजी अस्पताल गए थे। जहां उनकी कोरोना जांच कराई गई। जांच में कोरोना की पुष्टि होने के बाद अस्पताल ने उन्हें भर्ती नहीं किया। इस पर 30 अप्रैल को बुजुर्ग परिवार संग वापस दून लौट आए। यहां उनके परिवार ने आइडीएसपी यूनिट को फोन पर इसकी जानकारी दी।
दो मई को उन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था। इसके अलावा उनके बेटे को एम्स में और पत्नी, बेटी, नौकरानी और दूधवाले समेत पांच लोगों को एहतियातन दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन सभी की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। बुजुर्ग से जुड़ी सबसे बड़ी चिंता उनकी उम्र और उनका कैंसर पीड़ित होना था, पर उन्होंने सिर्फ पांच ही दिन में इस बीमारी से पार पा लिया। चिकित्सकों का कहना है कि शरीर में वायरल लोड जितना होगा, संक्रमण उसी मुताबिक होता है।
बुजुर्ग में वायरल लोड कम था, इसलिए वह जल्दी ठीक हुए। एम्स ऋषिकेश में कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि बुजुर्ग की लगातार दो रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। ऐसे में वह अब कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं। पर उन्हें अभी डिस्चार्ज नहीं किया जा रहा है। उन्हें कोरोना वॉर्ड से कैंसर वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा, जहां उनका कैंसर का उपचार चलेगा।