पिथौरागढ़ (नेटवर्क 10 संवाददाता)। पिथौरागढ़ के थल इलाके में एक पानी के चंबर में गुलदार के तीन शावक मिलने हैं। साफ है कि यहां गुलदार भी पहुंचता होगा। इससे गांव और इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। लोग दहशत में हैं। थल क्षेत्र के पांखू क्षेत्र के बौंगाड़ में पानी के चैंबर में ये तीनों शावक मिले हैं। इसके निकट चरने गई बकरियों पर गुलदार द्वारा घात लगा कर हमला किए जाने से वन विभाग ने ग्रामीणों को इस क्षेत्र में जानवर चराने से मना कर दिया है।
घटना शनिवार की है। यहां गाववालों ने इन शावकों को देखा तो वन विभाग को इस बारे में सूचना दी। ग्रामीण मदन सिंह अपनी बकरियों को चराने गया था। पानी के चैंबर के पास एक गुलदार ने उसकी बकरियों पर हमला कर दिया। बकरियां भाग गई गुलदार सफल नहीं रहा। गुलदार भी जंगल की तरफ भाग गया। गुलदार के जंगल की तरफ भागने पर मदन सिंह ने इसकी सूचना ग्राम प्रधान को दी। खुद जब चैंबर पर गया तो वहां पर गुलदार के तीन शावक नजर आए।
बाद में प्रधान की सूचना पर वन विभाग से वन दरोगा राजेंद्र सिंह कार्की और वन रक्षक राजेंद्र सिंह हरड़िया मौके पर पहुंचे। वन विभाग के अनुसार गुलदार शावक बीस दिन के लग रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार विगत कई दिनों से एक मादा गुलदार इसी क्षेत्र में नजर आ रही है। यह स्थल गांव से लगभग पचास मीटर की दूरी पर है। जिसे देखते हुए वन विभाग ने इस क्षेत्र में ग्रामीणों के प्रवेश और जानवरों को चराने से भेजने के लिए रोक लगा दी है।
वन विभाग का कहना है कि मादा गुलदार ने इसी क्षेत्र में शावकों को जन्म दिया है और वह क्षेत्र में सक्रिय रहेगी। जिसे देखते हुए बचाव के लिए ग्रामीणों को क्षेत्र में नहीं जाने की हिदायत दी गई है। ग्रामीणों ने बताया कि पानी का चैंबर सूखा है। वन विभाग की टीम के जाते ही मादा गुलदार अपने तीनों शावकों को मुंह में दबा कर अलग स्थान पर चली गई है। गांव के करीब गुलदार शावकों के साथ गुलदार नजर आने से ग्रामीण दहशत में हैं।