(नेटवर्क 10 संवाददाता): दिल्ली में 1984 सिख दंगों (Sikh Riots) के दोषी और पूर्व MLA महेंद्र यादव (Mahendra Singh Yadav) की कोरोनावायरस (Coronavirus) से मौत हो गई है. 70 साल के यादव दिल्ली की मंडोली जेल में 10 साल की सजा काट रहे थे. बता दें कि एक जुलाई को सुप्रीम कोर्ट (SC) ने पूर्व विधायक महेंद्र यादव को जमानत देने से इनकार कर दिया था. यादव ने Covid-19 पॉजिटिव होने और ज्यादा उम्र होने के आधार पर सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत की गुहार लगाई थी.
SC का यचिका सुनने से इनकार
महेंद्र सिंह यादव को मामले में दस साल की सजा सुनाई गई है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि बिना किसी शिकायत या उपचार पर आरोप के हम इस याचिका को नहीं सुन सकते. किसी मरीज के परिजनों को अस्पताल में जाने की अनुमति नहीं है.
‘परिवार को इलाज से कोई शिकायत नहीं’
कोर्ट ने कहा था कि यह सामान्य नियम है और इसके विपरीत आदेश जारी नहीं किया जा सकता. जस्टिस इंदिरा बनर्जी ने मामले में सुनवाई करते हुए कहा था कि याचिकाकर्ता के इलाज के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है. उसके परिवार को इलाज से संबंधित कोई शिकायत नहीं है. परिवार का कोई अन्य विशिष्ट सुझाव नहीं है, जिसे वे लेना चाहते हैं.
पेट में दर्द की शिकायत के बाद कराया भर्ती
गौरतलब है कि 1984 में हुए सिख विरोधी हिंसा मामले में मंडोली जेल में बंद पूर्व विधायक महेंद्र यादव कोरोना संक्रमित पाए गए थे. उन्हें पेट दर्द की शिकायत के बाद जेल प्रशासन ने दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल में उनका कोविड-19 का टेस्ट हुआ तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई. हालत बिगड़ने पर उन्हें लोकनायक अस्पताल (LNJP) में रेफर किया गया था.