बागेश्वर (नेटवर्क 10 संवाददाता)। बागेश्वर जिले में बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर रखा है। यहां भूस्खलन की चपेट में आकर छह और मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इससे पहले जिले में 7 मकान ढह चुके हैं। भूस्खलन और पहाड़ियों से गिर रहे मलबे की वजह से 36 सड़कें बंद हैं। ऐसे में जनजीवन अस्तव्यस्त है। लोगों को दस से बीस किमी पैदल चलना पड़ रहा है।
लगातार हो रही बारिश के चलते कांडा तहसील के पतौंजा गांव निवासी दीपा देवी का मकान क्षतिग्रस्त हो गया। परिवार के चार सदस्यों ने पड़ोसी के घर में शरण ली है। गरुड़ में अतिवृष्टि से कज्यूली निवासी जीवन सिंह के मकान को नुकसान हुआ। परिवार के चार सदस्य बेघर हो गए हैं। हरिनगरी निवासी अंबुली देवी का मकान भी गिर गया। परिवार के 12 सदस्यों ने पड़ोसी के घर में शरण ली है। द्यौनाई निवासी पप्पू लाल का मकान को भारी क्षति पहुंची। परिवार के चारों सदस्य दहशत में हैं।
कपकोट तहसील सुबह छुरिया गांव निवासी मोहन राम का मकान और गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई है। परिवार के छह सदस्य पड़ोसी के घर में रह रहे हैं। नौगांव निवासी सुंदर गिरी का घर को भी आंशिक नुकसान पहुंचा है। परिवार के चार सदस्यों ने घर छोड़ दिया है। भाटगाड़ निवासी राजेंद्र राम के मकान के पीछे भूस्खलन से घर को खतरा बना हुआ है। बारिश से सिरकोट प्राथमिक विद्यालय की सुरक्षा दीवार ढह गई।
इस बीच 50 गांवों में बिजली का संकट भी पैदा हो गया है। शामा, बड़ेत, हरसिग्याबगड़, उलानीधार, शामा-डाना, लीती, रिठकुला, सतगढ़, घुघतीघोल, हाम्टी-कापड़ी, रातिरकेटी, मल्खाडुंर्गचा, गोगिना, कीमू, भनार समेत 50 गांवों की बिजली आपूर्ति चरमरा रखी है। कई गांवों में पीने के पानी की समस्या भी पैदा हो रखी है। अतिवृष्टि के चलते सलिग पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हो गई है। गरुड़ में छटिया, अमस्यारी, रामपुर, उनेरा, बागेश्वर में कठायतबाड़ा पेयजल योजना पंप नहीं हो पा रही है। काफलीगैर में बारिश से अल्मोड़ा मैग्नेसाइट, घटौती, सातरी, सीर, मल्ला कालीगाड़ पेयजल योजना क्षतिग्रस्त हो गई है।